मनरेगा कंप्यूटर सहायक 7 महीने से मानदेय को तरस रहे, घर चलाना हुआ मुश्किल हजारीबाग: मनरेगा कंप्यूटर सहायक 7 महीने से मानदेय को तरस रहे, घर चलाना हुआ मुश्किल


 मनरेगा कंप्यूटर सहायक 7 महीने से मानदेय को तरस रहे, घर चलाना हुआ मुश्किल 

हजारीबाग: मनरेगा कंप्यूटर सहायक 7 महीने से मानदेय को तरस रहे, घर चलाना हुआ मुश्किल

हजारीबाग: एक ओर सरकार सभी सरकारी कर्मियों के वेतनमान में वृद्धि कर रही है. वहीं दूसरी ओर मनरेगा में बतौर कंप्यूटर सहायक कार्य कर रहे संविदा कर्मियों को जून से ही मानदेय का भुगतान नहीं हुआ है. इन कर्मियों के लिये किसी भी त्योहार के बारे में सिर्फ सुनने में ही अच्छा लगता है क्योंकि दशहरा,दिवाली और छठ पर्व बीत गया लेकिन मानदेय का भुगतान नहीं हुआ. अब तो हाल ये है कि परिवार चलना भी मुश्किल हो रहा है.
इसके बारे में बताया जाता है कि इन कर्मियों की स्थिति इतनी बदतर होती जा रही है कि बच्चों की पढ़ाई भी छुड़वाने की नौबत आ पड़ी है. ये लोग न ही अपनी दुख भरी गाथा को सुना पा रहे हैं और न ही सरकार इनकी सुध ले रही है. अब देखने वाली बात है कि इनके घर में कब खुशियों का त्योहार आता है और ये भी अपने परिवार के साथ पिकनिक की तैयारी कर पाते हैं.

जानें क्या कहते हैं कर्मी

चौपारण मनरेगा कार्यालय में कार्यरत संतोष गुप्ता, गौरव पांडेय, बिजय कुमार सोनी व सकलदेव साव ने बताया कि हमें जून से मानदेय का भुगतान नहीं किया गया है. अब ऐसी स्थिती में बच्चों को पढ़ाना मुश्किल हो गया है. क्योंकि स्कूल से भी फीस को लेकर रिमाइंडर मिल रहे हैं. साथ ही बताया कि इस ठंड के समय परिवार के लिए गर्म कपड़े खरीदना भी सपनों जैसा हो गया है.

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